बाबा की गोद मे पली हूँ ममता के आंचल मे नभी हूँ बाबा की गोद मे पली हूँ ममता के आंचल मे नभी हूँ
इन दिनों लाक डाउन के समय मैं अपनी हर सुबह एक नए तरीके से जीता हूं इन दिनों लाक डाउन के समय मैं अपनी हर सुबह एक नए तरीके से जीता हूं
वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका! वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका!
खुशनसीबी पर एक कविता...। खुशनसीबी पर एक कविता...।
बूढ़ी आँखों पर लगा के चश्माकोशिश करता था फिर वोकड़वी दुनिया सी सुई के अंदरपिरोने जीवन के धागे को बूढ़ी आँखों पर लगा के चश्माकोशिश करता था फिर वोकड़वी दुनिया सी सुई के अंदरपिरोने...
आप दोनों को मेरे पंख सदैव सदैव थामे रहेंगे , ये वचन है मेरा आपसे , हर ऊँची उड़ान में आप सदैव मेरे स... आप दोनों को मेरे पंख सदैव सदैव थामे रहेंगे , ये वचन है मेरा आपसे , हर ऊँची उड़ा...